गनीमत ये थी कि तब मैं नहीं थी। मैं इस दुनिया में आई ही नहीं थी। हां, आने वाली थी। गनीमत ये थी कि तब मैं नहीं थी। मैं इस दुनिया में आई ही नहीं थी। हां, आने वाली थी...
जब पत्नी ने हाथ आगे बढ़ा कर कुल्हड़ पकड़ा तो भटनागर जी बुरी तरह डर गए। जब पत्नी ने हाथ आगे बढ़ा कर कुल्हड़ पकड़ा तो भटनागर जी बुरी तरह डर गए।
उनके नेह एवं आत्मीयता के आगे मैं नतमस्तक हो गई। बच्चों के लिए माँ कभी बूढ़ी नहीं होती। उनके नेह एवं आत्मीयता के आगे मैं नतमस्तक हो गई। बच्चों के लिए माँ कभी बूढ़ी नहीं...
वृद्ध महिला का मन बहुत आहत हुआ पर वह आँसू पोंछकर डगमगाते कदमों से अंदर जाने के अलावा कर भी क्या सकती... वृद्ध महिला का मन बहुत आहत हुआ पर वह आँसू पोंछकर डगमगाते कदमों से अंदर जाने के अ...
मैं मरते दम तक किसी पर बोझ बनना नहीं चाहती, अपने पैरों पर खड़े रहकर जो मज़ा है वह दूसरों के ऊपर निर्... मैं मरते दम तक किसी पर बोझ बनना नहीं चाहती, अपने पैरों पर खड़े रहकर जो मज़ा है व...
मौसी जी की बात ने नित्या के सामने जिंदगी जीने के एक नये नज़रिये को प्रस्तुत कर दिया था। मौसी जी की बात ने नित्या के सामने जिंदगी जीने के एक नये नज़रिये को प्रस्तुत कर दि...